तेल निकालने वाली मशीन पर 9.90 लाख की सब्सिडी: किसानों के लिए सरकार की बड़ी योजना, 31 अगस्त तक करें आवेदन

योजना लाभ और उद्देश्य

यह योजना तिलहनी फसलों से संबंधित मूल्य संवर्धन प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए है। 10 टन क्षमता वाली तेल निष्कर्षण मशीन किसानों को फसल संग्रहण, तेल निष्कर्षण और पुनर्प्राप्ति प्रक्रियाओं में दक्षता बढ़ाने में मदद करेगी।

इससे किसानों को अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। कृषि विभाग के अनुसार, यह योजना किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और स्थानीय स्तर पर तेल प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देगी।

पात्रता निकष

कृषि विभाग के अपर निदेशक (तिलहन-दलहन) अनिल कुमार पाठक ने स्पष्ट किया कि इस योजना का लाभ केवल पात्र एफपीओ एवं सहकारी समितियों को ही मिलेगा। इसके लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:

  • संगठन के पास कम से कम तीन वर्ष का कार्य अनुभव होना चाहिए।

  • कम से कम 200 किसान सदस्य शामिल होने चाहिए।

  • आवश्यक बुनियादी ढाँचा एवं तकनीकी क्षमता होनी चाहिए।

  • फसलोत्तर मूल्य संवर्धन से संबंधित योजना होनी चाहिए।

इन मानदंडों को पूरा करने वाले संगठन अनुदान के पात्र होंगे। अधिक जानकारी और आवेदन प्रक्रिया के लिए आधिकारिक पोर्टल agridarshan.up.gov.in और upfposhaktiportal.up.gov.in पर जाएँ।

किसानों को प्रत्यक्ष लाभ

इस योजना से तिलहन उत्पादन और प्रसंस्करण कार्य अधिक कुशल होगा, जिससे किसानों का आर्थिक घाटा कम होगा। स्थानीय स्तर पर छोटी-बड़ी तेल प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में शुरू की गई यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तेल निष्कर्षण मशीन से किसानों को उनकी फसलों का बेहतर मूल्य मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

आवेदन कैसे करें?

इच्छुक एफपीओ (FPO) और सहकारी समितियों को 31 अगस्त, 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए निम्नलिखित आधिकारिक पोर्टल उपलब्ध हैं:

संस्थाएँ इन पोर्टल पर अपने दस्तावेज़ अपलोड कर निर्धारित प्रारूप में आवेदन जमा कर सकती हैं। समय पर आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठाकर कृषि व्यवसाय को एक नई दिशा दें।