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पर्सनल लोन लेने से पहले सावधान! ये 6 छिपे हुए चार्ज आपकी जेब पर डाल सकते हैं भारी बोझ

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प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees): वो चुपके से काटा गया “टैक्स”

लोन लेने गए हैं, और बैंक वाले सारी बातें मीठी-मीठी कर रहे हैं। लेकिन आखिरी मिनट में पता चलता है, “सर, प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees) तो देनी पड़ेगी!” ये फीस आपके लोन अमाउंट का 1-3% होती है। यानी, 5 लाख का लोन लिया, तो 5,000 से 15,000 रुपये सीधे कट गए। और मजे की बात? आपको लोन तो पूरा 5 लाख का ही चुकाना है!

टिप : लोन लेने से पहले प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees) माफ करने की मांग करें। अगर नहीं मानते, तो इस राशि को अपने लोन अमाउंट में जोड़कर मांग लें।

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प्रीपेमेंट/फोरक्लोजर चार्ज (Prepayment/Foreclosure Charges): जल्दी चुकाने की सजा?

मान लीजिए, आपने 3 साल का लोन लिया, लेकिन मेहनत करके 2 साल में ही चुका दिया। बढ़िया, ना? लेकिन रुकिए, बैंक आपसे प्रीपेमेंट चार्ज (Prepayment Charges) वसूल करेगा, जो लोन की बाकी राशि का 2-5% हो सकता है। यानी, जल्दी चुकाने की खुशी में भी जेब ढीली!

टिप : प्रीपेमेंट चार्ज की राशि चेक करें। अगर ये आपकी ब्याज की बचत से ज्यादा है, तो EMI को पूरा होने दें।


छिपा हुआ बीमा (Hidden insurance): अनचाहा मेहमान

कई बार लोन के साथ लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस (Loan Protection Insurance) या पर्सनल एक्सीडेंट कवर (Personal accident cover) चिपका दिया जाता है। और हां, इस बीमे की राशि पर भी आपको ब्याज देना पड़ता है!

टिप : लोन एग्रीमेंट साइन करने से पहले पूछ लें कि कोई बीमा तो नहीं जोड़ा गया। और हां, ये इंश्योरेंस अनिवार्य नहीं है, तो इसे हटाने के लिए कहें।


GST: हर चार्ज पर टैक्स का तड़का

प्रोसेसिंग फीस हो, प्रीपेमेंट चार्ज हो, या लेट पेमेंट फीस इन सब पर 18% GST लगता है। ये छोटा-सा दिखने वाला टैक्स आपकी कुल चुकाने वाली राशि को बढ़ा देता है। “लोन लेना ऐसा है जैसे ब्याज के साथ टैक्स का डबल डोज़!”

टिप : GST से बचना मुश्किल है, लेकिन आप ब्याज दर कम करवाने के लिए मोलभाव कर सकते हैं। थोड़ा-सा भी कम हुआ, तो काफी बचत हो सकती है।


लेट पेमेंट चार्ज: EMI बाउंस का महंगा नतीजा

EMI में देरी हुई या बाउंस हो गई, तो बैंक मोटा लेट पेमेंट चार्ज वसूलता है। ये चार्ज 500 रुपये से लेकर हजारों तक हो सकता है, और साथ में आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है। 

टिप : हमेशा अपने खाते में पर्याप्त बैलेंस रखें। अगर EMI बाउंस हो जाए, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और चार्ज माफ करने की रिक्वेस्ट डालें। थोड़ा दबाव बनाएं, जैसे “मैं आपका पुराना कस्टमर हूं, प्लीज इसे माफ करें।”

लोन डॉक्यूमेंट चार्ज (Loan Document Charges): कागजों का खर्चा

कई बैंक और NBFC लोन एग्रीमेंट या डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए डॉक्यूमेंट चार्ज (Document Charge) लेते हैं। ये छोटा-मोटा लग सकता है, लेकिन 500-2,000 रुपये तक हो सकता है।

टिप : लोन लेने से पहले सभी चार्जेस की लिस्ट मांगें और डॉक्यूमेंट चार्ज को माफ करने की कोशिश करें।

लोन लेने से पहले ये करें

इन छिपे चार्जेस से बचने के लिए कुछ आसान टिप्स:

  • लोन एग्रीमेंट ध्यान से पढ़ें : हर छोटे-बड़े चार्ज की डिटेल चेक करें।

  • मोलभाव करें : ब्याज दर और फीस कम करवाने की कोशिश करें।

  • कई बैंकों से तुलना करें : कम चार्ज और बेहतर ऑफर वाले बैंक को चुनें।

  • ऑनलाइन टूल्स यूज करें : EMI कैलकुलेटर से कुल खर्च का अंदाजा लगाएं।

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